रांची: पटना से रांची आ रही इंडिगो की एक फ्लाइट के साथ एक बड़ा हादसा टल गया, जब विमान की लैंडिंग से ठीक पहले एक बड़ा पक्षी—संभवत: चील या बाज—विमान के नोज कोन (सामने के हिस्से) से टकरा गया। यह घटना लैंडिंग की तैयारी के दौरान हुई।
पायलट ने दिखाई सूझबूझ, सुरक्षित कराई लैंडिंग
जैसे ही पक्षी विमान से टकराया, पायलट ने लैंडिंग का निर्णय तत्काल टाल दिया और विमान को कुछ देर तक हवा में उड़ाते हुए हर कोण से तकनीकी जांच की। स्थिति सामान्य पाए जाने पर विमान की सुरक्षित लैंडिंग कराई गई। इस दौरान सभी यात्री पूरी तरह सुरक्षित रहे।
like
विमान को किया गया ग्राउंडेड
इंडिगो प्रबंधन के अनुसार, इस घटना के बाद विमान को फिलहाल ग्राउंडेड कर दिया गया है और उसकी तकनीकी जांच की जा रही है। जानकारी के मुताबिक, विमान के नोज कोन को आंशिक नुकसान हुआ है और पक्षी के टकराने के बाद उस हिस्से पर खून के निशान भी पाए गए हैं।
विमान को किया गया ग्राउंडेड
इंडिगो प्रबंधन के अनुसार, इस घटना के बाद विमान को फिलहाल ग्राउंडेड कर दिया गया है और उसकी तकनीकी जांच की जा रही है। जानकारी के मुताबिक, विमान के नोज कोन को आंशिक नुकसान हुआ है और पक्षी के टकराने के बाद उस हिस्से पर खून के निशान भी पाए गए हैं।
like
यह फ्लाइट पटना से सुबह 11:05 बजे रवाना हुई थी और इसे रांची में 11:55 बजे लैंड करना था, लेकिन बर्ड हिट की वजह से लैंडिंग में विलंब हुआ।
यह फ्लाइट पटना से सुबह 11:05 बजे रवाना हुई थी और इसे रांची में 11:55 बजे लैंड करना था, लेकिन बर्ड हिट की वजह से लैंडिंग में विलंब हुआ।
like
यात्रियों के लिए की गई वैकल्पिक व्यवस्था
विमानको कोलकाता के लिए उड़ान भरनी थी, लेकिन ग्राउंडिंग के कारण कुछ यात्रियों को अन्य फ्लाइट्स से भेजा गया। शेष यात्रियों के लिए 3 जून और 4 जून को यात्रा की वैकल्पिक व्यवस्था की गई है।
पिछले मामलों से तुलना
गौरतलब है कि 21 मई को दिल्ली से श्रीनगर जा रही एक अन्य फ्लाइट भी टर्बुलेंस में फंस गई थी, जिसमें विमान को लाहौर एटीसी से अनुमति मांगनी पड़ी थी। हालांकि, उस मामले में भी पायलट की सतर्कता से विमान की सुरक्षित लैंडिंग कराई गई थी। उस घटना में भी नोज को नुकसान पहुंचा था।
यात्रियों के लिए की गई वैकल्पिक व्यवस्था
विमानको कोलकाता के लिए उड़ान भरनी थी, लेकिन ग्राउंडिंग के कारण कुछ यात्रियों को अन्य फ्लाइट्स से भेजा गया। शेष यात्रियों के लिए 3 जून और 4 जून को यात्रा की वैकल्पिक व्यवस्था की गई है।
like
पिछले मामलों से तुलना
गौरतलब है कि 21 मई को दिल्ली से श्रीनगर जा रही एक अन्य फ्लाइट भी टर्बुलेंस में फंस गई थी, जिसमें विमान को लाहौर एटीसी से अनुमति मांगनी पड़ी थी। हालांकि, उस मामले में भी पायलट की सतर्कता से विमान की सुरक्षित लैंडिंग कराई गई थी। उस घटना में भी नोज को नुकसान पहुंचा था।
like
like
like
Tags:
BIHAR