योजना की मुख्य बातें
₹10,000 की पहली किस्त: राज्य के सभी परिवारों की एक महिला को रोजगार शुरू करने हेतु सीधे बैंक खाते में ₹10,000 की सहायता राशि दी जाएगी।
सितंबर 2025 से शुरुआत: इस योजना का लाभ सितंबर 2025 से महिलाओं को मिलना शुरू हो जाएगा।
6 माह बाद अतिरिक्त मदद: रोजगार शुरू करने के छह माह बाद महिलाओं की स्थिति का आकलन किया जाएगा। जरूरत पड़ने पर ₹1 लाख तक की अतिरिक्त आर्थिक सहायता दी जाएगी।
हाट बाजार की स्थापना: गांव से लेकर शहर तक महिलाओं के उत्पादों की बिक्री के लिए विशेष हाट बाजार स्थापित किए जाएंगे।
सितंबर 2025 से शुरुआत: इस योजना का लाभ सितंबर 2025 से महिलाओं को मिलना शुरू हो जाएगा।
6 माह बाद अतिरिक्त मदद: रोजगार शुरू करने के छह माह बाद महिलाओं की स्थिति का आकलन किया जाएगा। जरूरत पड़ने पर ₹1 लाख तक की अतिरिक्त आर्थिक सहायता दी जाएगी।
हाट बाजार की स्थापना: गांव से लेकर शहर तक महिलाओं के उत्पादों की बिक्री के लिए विशेष हाट बाजार स्थापित किए जाएंगे।
जिम्मेदार विभाग: ग्रामीण विकास विभाग योजना का संचालन करेगा और शहरी क्षेत्र में नगर विकास एवं आवास विभाग भी सहयोग करेगा।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बयान
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2005 से ही महिला सशक्तिकरण के लिए राज्य सरकार लगातार काम कर रही है। आज महिलाएं न केवल अपने परिवार को आर्थिक मजबूती दे रही हैं बल्कि बिहार के विकास में भी अहम योगदान दे रही हैं। इस नई योजना से महिलाओं की स्थिति और मजबूत होगी, रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और मजबूरी में लोगों को राज्य से बाहर पलायन नहीं करना पड़ेगा।क्यों है यह योजना खास?
बिहार में पहली बार राज्य सरकार ने हर परिवार की महिला को सीधे आर्थिक रूप से सक्षम बनाने का प्रयास किया है।यह योजना महिलाओं को स्वरोजगार और आत्मनिर्भरता की दिशा में बढ़ावा देगी।
हाट बाजार की स्थापना से महिलाओं के उत्पादों को स्थानीय से लेकर बड़े स्तर तक बाजार उपलब्ध होगा।
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BIHAR


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