मोकामा हत्याकांड में बड़ा खुलासा – दुलारचंद यादव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने बदली कहानी


दुलारचंद यादव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने बदली कहानी
मोकामा ( PATNA) : मोकामा में हुए चर्चित दुलारचंद यादव हत्याकांड में अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आने के बाद मामले ने नया मोड़ ले लिया है। रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है, जिसने अब तक की तमाम राजनीतिक बयानबाज़ी को झटका दिया है।

मोकामा हत्याकांड में बड़ा खुलासा

गोली नहीं, फेफड़े फटने से हुई मौत

पटना सदर अस्पताल में तीन डॉक्टरों की टीम ने पोस्टमार्टम किया। रिपोर्ट के अनुसार, दुलारचंद यादव की मौत गोली से नहीं हुई। उनके पैर में गोली आर-पार निकल गई थी, लेकिन वह घातक नहीं थी।
असल मौत की वजह रही — फेफड़े का फटना और कार्डियो-रेस्पिरेटरी फेल्योर।

रिपोर्ट में बताया गया है कि पीठ पर किसी भारी वस्तु से जोरदार वार या धक्का लगा, जिससे वे ज़मीन पर गिर पड़े। इससे कई पसलियां टूट गईं, और फेफड़ा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया, जिसके कारण सांस रुकने से उनकी मौत हो गई।

दुलारचंद यादव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने बदली कहानी

परिजनों ने बताया सुनियोजित हत्या

परिजनों ने इसे सुनियोजित हत्या बताया है और पूर्व विधायक अनंत सिंह व उनके सहयोगियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनके पोते नीरज कुमार ने पुलिस को बयान देते हुए कहा कि पूरी घटना राजनीतिक साजिश के तहत की गई।

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कांग्रेस ने बोला हमला – "यह राजनीतिक कत्ल है"

कांग्रेस नेता अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा,
> “यह साफ-साफ राजनीतिक हत्या है। पर्दे के पीछे नीतीश कुमार को बचाने की कोशिश चल रही है। सुशासन की बात करने वाले अब कठपुतली बन चुके हैं।”
उन्होंने एनडीए के संकल्प पत्र पर तंज कसते हुए कहा कि यह सिर्फ फोटो सेशन था, जबकि असलियत कुछ और है।

AAP सांसद संजय सिंह का तीखा सवाल – "सुशासन या कुशासन?"

आप सांसद संजय सिंह ने कहा,
> “चुनाव के दौरान जब हथियार जमा कराने का नियम है, तो लोग खुलेआम बंदूकें लेकर कैसे घूम रहे हैं? शव यात्रा के दौरान भी पथराव और फायरिंग हुई — बिहार की जनता तय करे यह सुशासन है या कुशासन?”

मोकामा हत्याकांड में बड़ा खुलासा

अनंत सिंह समेत कई पर FIR – दो गिरफ्तारियां

मृतक के पोते के बयान पर भदौर थाने में अनंत सिंह, कर्मवीर सिंह, राजवीर (या रणवीर) सिंह, छोटन सिंह, कंजय सिंह समेत कई अज्ञात लोगों पर IPC की धारा 302 (हत्या) के तहत एफआईआर दर्ज हुई है।
अब तक तीन एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं और दो गिरफ्तारियां हुई हैं, जबकि मुख्य आरोपी अभी फरार हैं।

पुलिस और चुनाव आयोग सक्रिय

ग्रामीण एसपी की अगुवाई में विशेष टीम हर एंगल से जांच कर रही है। चुनाव आयोग ने डीजीपी विनय कुमार से घटना की पूरी रिपोर्ट मांगी है।
साथ ही फोरेंसिक जांच के भी आदेश दिए गए हैं ताकि कोई तथ्य छूट न जाए।

अनंत सिंह और सूरजभान पर कड़ी निगरानी

मोकामा में बढ़ते तनाव को देखते हुए बिहार पुलिस ने पूर्व विधायक अनंत सिंह और उनके प्रतिद्वंद्वी सूरजभान सिंह की गतिविधियों पर नज़र रखने का आदेश दिया है।
जहां भी दोनों नेता जाएंगे, वहां पहले से पर्याप्त पुलिस बल तैनात रहेगा ताकि स्थिति नियंत्रण में रहे और चुनावी माहौल शांत बना रहे।

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