बिहार में विकास और रोजगार को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने कई बड़ी घोषणाएं की हैं।नए फैसलों के तहत शिक्षा, उद्योग, स्वास्थ्य और परिवहन क्षेत्रों में ऐतिहासिक कदम उठाए गए हैं। आइए जानते हैं इन प्रमुख घोषणाओं के बारे में विस्तार से।
1. प्रतियोगी परीक्षाओं की फीस में भारी कमी
अब राज्य में होने वाली प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षाओं की फीस घटाकर मात्र ₹100 कर दी गई है।
मुख्य परीक्षा (Mains) में किसी भी प्रकार का परीक्षा शुल्क नहीं लिया जाएगा। इससे लाखों अभ्यर्थियों को सीधा फायदा मिलेगा।

बिहार में नए उद्योग लगाने वालों को अब पहले से दोगुना कैपिटल सब्सिडी, ब्याज सब्सिडी और GST प्रोत्साहन राशि मिलेगी।
सभी जिलों में उद्योग लगाने के लिए जमीन की व्यवस्था की जाएगी।
रोजगार देने वाले उद्योगों को मुफ्त में जमीन दी जाएगी।
आवंटित भूमि से जुड़े विवादों को समाप्त किया जाएगा।
यह सुविधा अगले चार महीने के भीतर उद्योग लगाने वालों को उपलब्ध कराई जाएगी।
3. सात जिलों में नए मेडिकल कॉलेज
राज्य के किशनगंज, कटिहार, रोहतास, शिवहर, लखीसराय, शेखपुरा और अरवल जिलों में नए मेडिकल कॉलेज और अस्पताल खोले जाएंगे।
इससे स्वास्थ्य सेवाओं में बड़ा सुधार होगा और चिकित्सा शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा।
दिवाली, छठ और होली के मौकों पर दिल्ली, गुरुग्राम, चंडीगढ़ जैसे शहरों से बिहार आने वाले प्रवासी लोगों के लिए राज्य सरकार बड़ी संख्या में बसें चलाएगी।
साथ ही, केंद्र सरकार से विशेष ट्रेनें चलाने का अनुरोध किया जाएगा ताकि किसी यात्री को असुविधा न हो।
5. बिहार बजट में ऐतिहासिक वृद्धि
साथ ही, केंद्र सरकार से विशेष ट्रेनें चलाने का अनुरोध किया जाएगा ताकि किसी यात्री को असुविधा न हो।
5. बिहार बजट में ऐतिहासिक वृद्धि
2005 में बिहार का बजट लगभग ₹28,000 करोड़ था, जिसे 2006-07 में बढ़ाकर ₹37,000 करोड़ किया गया।
लगातार वृद्धि के बाद इस वर्ष बजट ₹1,60,000 करोड़ से अधिक हो गया है, जो विकास की रफ्तार को दर्शाता है।
लगातार वृद्धि के बाद इस वर्ष बजट ₹1,60,000 करोड़ से अधिक हो गया है, जो विकास की रफ्तार को दर्शाता है।
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