सकरा – मुजफ्फरपुर ज़िले के सकरा थाना क्षेत्र स्थित निबंधन कार्यालय में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब एक रजिस्ट्री के दौरान दो सगे भाइयों के बीच अचानक झगड़ा शुरू हो गया। इस घटना ने पारिवारिक विवाद की भयावहता को उजागर कर दिया है, जहां रिश्ते खून-खराबे तक पहुंच गए।
जमीन केवाला के दौरान अचानक शुरू हुआ विवाद
जानकारी के अनुसार, बरियारपुर थाना क्षेत्र के बरियारपुर गांव निवासी पंकज कुमार अपने भाई कौशल कुमार के साथ जमीन की रजिस्ट्री कराने सकरा स्थित निबंधन कार्यालय पहुंचे थे। उसी समय पंकज के बड़े भाई नीरज प्रसाद अपने दो पुत्रों – ऋषभ और केशव – के साथ वहां आ धमके।
मारपीट और गला दबाने की कोशिश
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दोनों पक्षों के बीच कहासुनी शुरू हुई जो देखते ही देखते मारपीट में बदल गई। पंकज कुमार ने आरोप लगाया कि नीरज प्रसाद और उनके बेटों ने जान से मारने की नीयत से न केवल उनकी पिटाई की बल्कि गला दबाने की कोशिश भी की।
पंकज कुमार ने आगे बताया कि उनके पास एक थैला था जिसमें लाखों रुपये रखे थे। वह पैसे केवाला प्रक्रिया के लिए थे। झगड़े के दौरान ऋषभ और केशव कुमार ने वह थैला छीन लिया और मौके से फरार हो गए। जाते-जाते धमकी भी दी गई कि "घर आओगे तो जान से मार देंगे।"
गवाही देने वाले और बीच-बचाव करने वाले लोग
थाना में आवेदन, आरोपियों पर केस दर्ज
लाखों रुपये लेकर फरार होने का आरोप
पंकज कुमार ने आगे बताया कि उनके पास एक थैला था जिसमें लाखों रुपये रखे थे। वह पैसे केवाला प्रक्रिया के लिए थे। झगड़े के दौरान ऋषभ और केशव कुमार ने वह थैला छीन लिया और मौके से फरार हो गए। जाते-जाते धमकी भी दी गई कि "घर आओगे तो जान से मार देंगे।"
गवाही देने वाले और बीच-बचाव करने वाले लोग
पंकज के अनुसार, जब उनके साथ आए दामोदर राय के पुत्र सुनील कुमार और अनिल कुमार ने बीच-बचाव किया तो स्थिति थोड़ी शांत हुई। इस दौरान पंकज कुमार के कपड़े भी फाड़ दिए गए।
पहले भी था विवाद, लेकिन इस बार बढ़ गया मामला
सूत्रों के अनुसार, पारिवारिक जमीन को लेकर पहले भी आपसी विवाद चल रहा था लेकिन समझौता न होने की वजह से यह मामला इतना बढ़ गया। नीरज प्रसाद की मंशा पंकज कुमार की रजिस्ट्री को रोकने की थी, जो अंततः हिंसा में बदल गई।
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पहले भी था विवाद, लेकिन इस बार बढ़ गया मामला
सूत्रों के अनुसार, पारिवारिक जमीन को लेकर पहले भी आपसी विवाद चल रहा था लेकिन समझौता न होने की वजह से यह मामला इतना बढ़ गया। नीरज प्रसाद की मंशा पंकज कुमार की रजिस्ट्री को रोकने की थी, जो अंततः हिंसा में बदल गई।
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घटना के बाद पंकज कुमार ने सकरा थाना में लिखित शिकायत दी है जिसमें नीरज कुमार, ऋषभ कुमार और केशव कुमार को आरोपी बनाया गया है। थानाध्यक्ष राजू कुमार पाल ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
पीड़ित का बयान
पंकज कुमार का कहना है:
पीड़ित का बयान
पंकज कुमार का कहना है:
“हम सिर्फ अपना जमीन केवाला कराने आए थे, लेकिन हमारे ही भाई ने हम पर जानलेवा हमला किया। लाखों रुपये छीन लिए गए और धमकी दी गई कि जान से मार दिया जाएगा। हम चाहते हैं कि इस घटना में उचित न्याय मिले और दोषियों को सजा दी जाए।”
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